जलता है चाँद भी जुगनू से भला | inspirational shayari | wajood shayari
जलता है चाँद भी जुगनू से भला
रोशन जुगनू से कहाँ रात होती है
सवाल रोशनी का रहा अपनी जगह
फर्क पड़ता है वजूद की जहाँ बात होती है
©meri shayri 2020 sunil sharma, all rights reservedरोशन जुगनू से कहाँ रात होती है
सवाल रोशनी का रहा अपनी जगह
फर्क पड़ता है वजूद की जहाँ बात होती है
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