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दिल का नगर खाली नहीं होता | shayari on dil, दिल शायरी

उठा दिया करो तुम भी कभी हाथ अर्ज करने के लिए कि हर बार तारीफ का जरिया ताली नही होता चले जाओ उठकर महफ़िल से बेशक मग़र सुन लो किसी एक के चले जाने से दिल का नगर खाली नहीं होता  ©meri shayri 2020 sunil sharma, all rights reserved

कभी चाँद था मिशाल ए खूबसूरती मेरी नज़र मे,shayari on chaand, चाँद शायरी

उनकी सोहबत ने है बख्शी ये कैसी खुदाई तौबा कलम से करने की है नौबत आई कभी चाँद था मिशाल ए खूबसूरती मेरी नज़र मे अब दो आँखों पर लिख देता हूं सैकड़ो रुबाई सोहबत - संग, साथ रुबाइ - 4 line poetry ©meri shayri 2020 sunil sharma, all rights reserved

खो गया वो मेरा हमनफस दुनियां की भीड़ में, हमनफ़स शायरी, Hamnafas shayari

खो गया वो मेरा हमनफस दुनियां की भीड़ में बन के रह गया अधूरी कहानियों का हिस्सा रो देता है आलम ऐ तन्हाई में अक्सर दिल याद जब आता है गुजरी हुई जिंदगी का किस्सा  ©meri shayri 2020 sunil sharma, all rights reserved

Sad shayri

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क्या तुमने मुझे समझा है कभी,क्या तुमने मुझे है जाना क्या तुमने कभी झाँका मुझमे, क्या तुमने मुझे पहचाना मैं जर्द हुआ जाता ग़म मे, मैं सुर्ख हुआ जाता हमदम इस हाल मे ना तु छोड़ मुझे, मैं दुनिया से बेगाना हालात मेरे बदतर ना थे  ,ना तुझसे था याराना अब देख भी ले कुछ याद तुझे, क्या था मेरा अफसाना ना कसमें थी ना वादे थे ,ना था कोई साथ निभाना तुझसे मिलने से पहले था ,मै भी खुशहाल दीवाना ©meri shayri 2020 sunil sharma, all rights reserved

Love shayri

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Valentine's Day shayri

दिन बा दिन बढ़ता रहा, वक़्त इंतज़ार का फिर आ के फरवरी पे अटका , मामला इकरार का ना मौसम का मोहब्बत से ताल्लुक़, ना राब्ता इज़हार का फिर रहा दरमियां बाकि, मुद्दा क्या तकरार का मान ले अब इल्तेज़ा, ले फरवरी भी आ गई बस भी कर अब खत्म कर दे ,सिलसिला इनकार का राब्ता -   relation, connection इल्तेज़ा - request ©meri shayri 2020 sunil sharma, all rights reserved

Khushnavar shayri

मैं था नेक बंदा ना खोया कभी किसी  खयाल मे  मैं ना रोया था ग़म ऐ उल्फत में कभी, ना किसी हाल में चढ़ा  है जब से नशा खुशनवारी का साहेब उलझ के रह गया हूँ अपने ही लफ़्ज़ों के जाल में खुशनवारी -   writing shayri , poem, etc उल्फ़त -   love ©meri shayri 2020 sunil sharma, all rights reserved