Mulaqaat shayri
एक नज़र देख के रहा ना दिल पे काबू
आईने सा चेहरे पे कमाल क्या खूब था
खत्म हुई तलाश मुलाक़ात पे आ कर
निगाहें उठाई और सामने महबूब था
आईने सा चेहरे पे कमाल क्या खूब था
खत्म हुई तलाश मुलाक़ात पे आ कर
निगाहें उठाई और सामने महबूब था
©meri shayri 2020 sunil sharma, all rights reserved
Thank you bro for this special...adbhut👌👌👌love u bhai
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